जीवन में उसने ही कुछ पाया जिसको मिला गुरु का साया
सुख तो सुख ही रहे उसके, दुःखों से भी उसने सुख ही पाया
जिसको मिल जाए गुरु का साया
जीवन में जो आनंद बरसाए
मान-अपमान अंतर को छू ना पाए
अद्भुत विस्मय में कटता जीवन
प्रबल हो सामने आता वर्तमान क्षण
ॐ ॐ में लय हो जाता
अतुल्य तेज बल वो पाता
हो जाती अग्नि जैसी काया
जिसको मिल जाता गुरु का साया
देव ,यक्ष ,गन्धर्व ,किन्नर करे सेवा जिसकी
परम प्रेम छवि उसकी
भक्ति रस को जो समझाए
सत्य ज्योति से साक्षात्कार कराये
जो जला दे ह्रदय में ज्ञान की ज्वाला
खोल दे बुद्धि से इच्छाओं का ताला
छिन्न-भिन्न हो जाती मोह-माया
जब मिल जाता गुरु का साया
सुख तो सुख ही रहे उसके, दुःखों से भी उसने सुख ही पाया
जिसको मिल जाए गुरु का साया
जीवन में जो आनंद बरसाए
मान-अपमान अंतर को छू ना पाए
अद्भुत विस्मय में कटता जीवन
प्रबल हो सामने आता वर्तमान क्षण
ॐ ॐ में लय हो जाता
अतुल्य तेज बल वो पाता
हो जाती अग्नि जैसी काया
जिसको मिल जाता गुरु का साया
देव ,यक्ष ,गन्धर्व ,किन्नर करे सेवा जिसकी
परम प्रेम छवि उसकी
भक्ति रस को जो समझाए
सत्य ज्योति से साक्षात्कार कराये
जो जला दे ह्रदय में ज्ञान की ज्वाला
खोल दे बुद्धि से इच्छाओं का ताला
छिन्न-भिन्न हो जाती मोह-माया
जब मिल जाता गुरु का साया
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